Tuesday, December 8, 2009

अपने शौक की खातिर या घर सजाने के लिए
कैद मत करिए परिंदे घर सजाने के लिए
पिन्जेरे से खुला आकाश नजर आए तो क्या
जगह कहा है उसमे पर फद्फदाने के लिए
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सेते हैं आग सर्द मौसम में दुशालों की तरह
टूटने मत दीजिये सम्बन्ध प्यालों की तरह
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Monday, December 7, 2009

नमस्कार

मेरा नाम जयसिंग है मैं एक मीडिया हाउस मैं subeditor हूँ। अनेक कहानिया भी लिखी हैं। मुझे २००७ मैं मिडिया नेशनल अवार्ड और इसी वर्ष स्टेट अवार्ड भी मिल चुका है। राजस्थान का अजमेर जिला मेरा ग्रह जिला है। यहाँ मेरा पहीला ब्लॉग है।

dhanयवाद।